कामदा एकादशी, 2024 में, विशेष रूप से आध्यात्मिक महत्व के साथ आई है। यह एकादशी का व्रत कामदा नामक देवी को समर्पित होता है, जिन्हें भक्ति और शक्ति की देवी माना जाता है। यह एकादशी उत्तर भारत में विशेष रूप से प्रचलित है। इसका व्रत करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
कामदा एकादशी: क्या करें और क्या न करें के टिप्स
कामदा एकादशी: क्या करें
- उपवास: कामदा एकादशी के दिन निरंतर उपवास करें। यह उपवास प्रातः काल से ही शुरू करें और सन्ध्या के समय भोजन करें।
- निषेध: इस दिन कामदा एकादशी के उपवास के दौरान अनाज, गेहूँ, तिल, मास, दाल, प्याज, लहसुन, शक्कर, तेल, गैस चुल्हे पर बने भोजन, तम्बाकू, अश्लीलता, शराब, और शारीरिक संबंध से बचें।
- शुभ कार्य: कामदा एकादशी के दिन शुभ कार्यों को करें, जैसे कि दान, तप, पूजा, पाठ, जागरण आदि।
- पूजा और व्रत विधि: कामदा एकादशी के दिन कामदा देवी की पूजा करें। इसके लिए आपको दिन भर नामजप, ध्यान, भजन-कीर्तन करना चाहिए। उपासना में पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, फल आदि का अर्पण करें।
- पुण्यकारी कार्य: कामदा एकादशी के दिन धर्म के कार्य करें, और अन्योन्य के प्रति भावना और सहानुभूति बनाए रखें।
कामदा एकादशी के दिन क्या न करें:
- निशाने में रहना: अपने उद्देश्यों से विचलित होने की अनुमति न दें।
- अशुभ कार्य: कामदा एकादशी के दिन कोई अशुभ कार्य न करें, जैसे कि झगड़ा, धोखाधड़ी, चोरी, अपमानित करने वाली बातें कहना आदि।
- अश्लीलता: किसी भी प्रकार की अश्लील सामग्री देखने या सुनने से बचें।
- मिथ्या आशीर्वाद: किसी को झूठे आशीर्वाद न दें और स्वयं भी ऐसे आशीर्वाद स्वीकार न करें।
- अपवित्र स्थानों का संदर्भ: कामदा एकादशी के दिन कोई भी अपवित्र स्थान न जाएं, और गंदे स्थानों में भी न जाएं।